
हे माननीयों ! गंदे पानी की सब्जियां कब तक बिगाड़ेगी शहर की सेहत ?, शहर के गंदे पानी से उगाकर बेच रहे है सब्जियां
- सबको पता है, मगर माननीय कार्यवाही ही नहीं करते
- जनता की जिंदगी से खिलवाड़ के खिलाफ आंदोलन, सुनता कोई नहीं
- अब समस्या नाक के पार, कुछ तो उपाय करो सरकार
रितेश जोशी
RNE Special.
सब्जी हर घर की जरूरत है। गरीब हो या अमीर, हरेक के घर सब्जी जरूर बनती है। आदमी अपने को स्वस्थ रखने के लिए सलाद का सेवन करता है, मगर यही सलाद उसकी बीमारी की बड़ी वजह बन जाता है। उसे पता ही नहीं चलता कि वो कब गंदे पानी का सलाद खाते खाते बीमारी की जद में आ गया।
ठीक इसी तरह जब आदमी थोड़ा ही अस्वस्थ होता है तो हरी सब्जी का सेवन डॉक्टर की सलाह पर करता है, उसे क्या पता होता है कि ये सब्जी सेहत सुधारने के बजाय बिगाड़ देगी। गंदे पानी की सब्जियों से लोग अब बेहद परेशान है।
इसको लेकर आंदोलन भी हुआ:
कुछ दिन पहले ही गंदे पानी की सब्जियों से आहत नागरिकों ने गले में सब्जियां लटका धरना दिया। ये आंदोलन गंदे पानी की सब्जियों को रोकने की मांग के साथ था। मगर हुआ क्या, किसी ने सुनवाई नहीं की। आंदोलन करने वाले सही थे, उसके बाद भी उनको न्याय नहीं मिला। यही तो विडंबना है लोकतंत्र की। ये चिंता की बात है।
गंदा पानी और सब्जियां:
सुजानदेसर सहित उसके आसपास गंदा पानी पहुंचता है और कई लोगों की सब्जियों की बाड़ियाँ है। उनमें सब्जी उगती है जल्द ही गंदे पानी से तैयार होकर बाजार में पहुंचती है। पानी की चोरी और वो भी गंदे पानी की, धड़ल्ले से होती है। कई बार इसको लेकर झगड़े भी होते है। इस गंदे पानी से उगी सब्जिययों का बीकानेर में बोलबाला है।
चलते फिरते मानव बंब:
गंदे पानी से उगी ये सब्जियां नहीं है, ये चलते फिरते मानव बंब है। जिनको आदमी खाता है और बीमारी को अपने शरीर के भीतर लाता है। कई रिसर्च से स्पष्ट है कि कई गम्भीर बीमारियों की जनक ये गंदे पानी की सब्जियां है। इस कारण ही लोग इनको मानव बंब कहते है।
हे माननीयों ! कुछ तो करो:
जिला कलेक्टर, निगम आयुक्त, सीएमएचओ से विनम्र आग्रह है जनता का, हमारी जान बचाओ। गंदे पानी की सब्जियों से बचाओ। नगर निगम के आधिपत्य का यह गंदा पानी जिम्मेवार है, निगम का ही पहला दायित्त्व है। वो बाड़ियो में जा रहे गंदे पानी को रोके। जो गंदा पानी उपयोग कर रहा है, उसके खिलाफ कार्यवाही करे। कुछ तो सख्ती हो, जनता की जान का सवाल है।
सीएमएचओ से जनता की गुहार:
इनको तो सबसे ज्यादा इस बात का पता है कि गंदे पानी से उगी सब्जियां कितना नुकसान करती है। जब ये मिठाई व अन्य खाद्य पदार्थों की मिलावट की जांच करते है। उन पर छापेमारी करते है तो सब्जियों की जांच क्यो नहीं करते। गंदे पानी की सब्जियों को बेचने वालों को पकड़ते क्यों नहीं। उनको सजा क्यों नही दिलवाते। ये तो हर घर के खाद्य को प्रभावित करने की बात है। सीएमएचओ साहब, सब्जियों पर छापेमारी कब करेंगे ? इस खाद्य पदार्थ की मिलावट को रोकना कब शुरू करेंगे ? यह हर बीकानेर वासी का सीएमएचओ से मासूम सा सवाल है।
कलेक्टर साहिबा, आपको ही दखल देना पड़ेगा:
जिले की कलेक्टर संवेदनशील है। उनको भी इस गम्भीर समस्या का पता होना लाजिमी है। वे त्वरित काम करने में विश्चास रखती है। बीकानेर की जनता उनके साये में ही तो महफूज है। उनको ही अब तो इस गंभीर समस्या में दखल देनी होगी। जनता को बीमार होने से बचाना होगा। आस जनता की अब आपसे ही है। आपकी कार्यवाही का जनता को इंतजार है।